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मंगलवार, 11 अप्रैल 2023

प्रवीण चौहान की कलम से.. सचिन पायलट एक तीर, निशाने कई! पढ़ें पुरा विश्लेषण

प्रवीण चौहान की कलम से.. सचिन पायलट एक तीर, निशाने कई! पढ़ें पुरा विश्लेषण



सचिन पायलट भाजपा के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के कथित आरोपों की जांच को लेकर आज अनशन पर बैठे। हालांकि कांग्रेस ने सचिन पायलट के दावों को खारिज कर दिया है। कांग्रेस के प्रवक्ता का कहना है कि भ्रष्टाचार के सभी आरोपों की जांच की जा रही है जबकि पायलट ने प्रेस कान्फ्रेंस कर कहा था कि गहलोत सरकार बीजेपी पर लगाए गए आरोपों पर जांच नहीं कर रही है।




माना जा रहा है कि सचिन पायलट के इस अनशन के निशाने पर राजस्थान की गहलोत सरकार और भाजपा से ज्यादा वसुंधरा है या दोनों हैं। अगर निशाना सिर्फ वसुंधरा है तो भाजपा में उनका कद घटाने की कवायद है। सूत्र बता रहे हैं कि यह सब भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर ही हो रहा है। दूसरी और यह भी सामने आ रहा है कि सचिन पायलट के रास्ते आम आदमी पार्टी राजस्थान में धमाकेदार एंट्री कर सकती है।

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पायलट द्वारा लगाए गए आरोपों पर गहलोत का अगला कदम क्या होगा ये देखने वाली बात होगी। आइये समझते हैं। सचिन पायलट के अनशन के मायने ऐसा माना जा रहा है कि सचिन पायलट का ये अनशन कांग्रेस के लिए फायदेमंद ही साबित होगा। अगर किसी पार्टी का नेता अपनी ही सरकार के खिलाफत करता है और विपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री के कार्यकाल के कथित घोटालों की जांच होगी। विपक्ष के नेताओं पर जांच बैठती है और उनकी गिरफ्तारियां होती हैं तो इससे कांग्रेस को फायदा मिल सकता है।

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सचिन पायलट के अनशन का एक पहलू और निकलकर सामने आ रहा है कि अगर गहलोत पूर्व सीएम वसुंधरा के खिलाफ कार्रवाई करेंगे तो इसका फायदा कांग्रेस को मिलेगा लेकिन अगर गहलोत ऐसा नहीं करते हैं तो सचिन पायलट को ये कहने का मौका मिलेगा कि गहलोत कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। पायलट को गहलोत के खिलाफ एक हथियार मिल जाएगा कि गहलोत सरकार ने पिछले चुनाव में किए वादों को पूरा नहीं किया है।


सिंधिया की राह पर पायलट ?

इस दौरान कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि क्या सचिन पायलट ज्योतिरादित्य सिंधिया की राह पर चल रहे हैं। दरअसल ज्योतिरादित्य सिंधिया भी तब की अपनी ही कमलनाथ सरकार के खिलाफ अनशन किया था। नतीजा यह हुआ था कि वह अपने समर्थक विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे कमलनाथ की सरकार चली गई थी। तो क्या अब सचिन पायलट भी कांग्रेस छोड़ने का मूड बना रहे हैं? यह देखने वाली बात होगी।

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