रामलीला में हनुमान बने युवक को परफॉर्मेंस के दौरान आया हार्ट अटैक, मंच पर ही मौत.. पत्नी और 2 साल की बेटी भी देख रही थी रामलीला.
फतेहपुर यूपी। इन दिनों बहुत से मामलों में देखा जा रहा है कि कई व्यक्ति डांस करते हुए तो अनेक जने लाइव मंचन के दौरान हार्ड अटैक से जान गवा चुके हैं। ऐसा ही मामला यूपी के फतेहपुर जिले में आया जब एक कलाकार की मंच पर ही हार्ट अटैक से मौत हो गई. सलेमपुर में देवी जागरण के दौरान एक कलाकार हनुमान बनकर लंका दहन का मंचन कर रहा था, तभी वो अचानक नीचे गिर गया और उसकी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि युवा कलाकार की हार्टअटैक से मौत हुई है.
अध्यात्म विज्ञान सत्संग केंद्र.. गुरुदेव सियाग सिद्ध योग जिससे होता है ऑटोमेटिक योग.. प्रत्यक्ष को प्रमाण क्या खुद अनुभव करें..होटल चंद्रिका पैलेस, दूरसंचार भवन के सामने मानासर, नागौर। फोन- 01582242926, 7425817926.. उपलब्ध है AC. नॉन एसी रूम, पार्टियोंं के लिए हॉल आधुनिक सुविधाओं सहित
घटना के बाद पंडाल में हड़कंप मच गया कलाकार की पत्नी भी साथ में मौजूद थी. उसके सामने ही उसके पति की मौत हो गई. घटना का वीडियो वायरल हो रहा है. सलेमपुर में नवरात्रि के मौके पर देवी जागरण का कार्यक्रम चल रहा था, शनिवार रात पंडाल में रामलीला का आयोजन किया गया था. गांव के ही 50 साल के रामस्वरूप हनुमान का किरदार निभा रहे थे.
Saswani Computer. कुमारी दरवाजा नागौर. सभी तरह के कंप्यूटर सेल एंड सर्विस। संपर्क- मनीष सुराणा 9828540216
मंचन के दौरान जब लंका में आग लगाने के लिए उनकी पूंछ पर आग लगाई गई, एक मिनट बाद ही उन्हें अटैक आ गया. वह तख्त से सिर के बल नीचे गिर गए. लोग जब तक दौड़कर उन्हें संभालते और अस्पताल ले जाते उनकी सांसें थम चुकी थीं.
मंचन देख रही उकी पत्नी अनुसुइया और सैकड़ों लोगों के सामने रामस्वरूप की मौत हो गई. ग्राम प्रधान गुलाब ने बताया कि रामस्वरूप फेरी लगाकर परिवार का भरण पोषण करते थे. उनकी दो साल की बेटी रूपा है, वह भी मां संग पंडाल पर मौजद थी. घरवालों ने बिना पुलिस को सूचना दिए रविवार को शव का अंतिम संस्कार कर दिया.
परफॉर्मेंस के दौरान हार्ड अटैक के बढ़ रहे मामले
बढ़ती दिल से जुड़ी बीमारियां की घटनाओं ने हमारे सामने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है कि ऐसा क्यों हो रहा है? क्या है भारतीय में बढ़ते हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के पीछे के कारण? पहले माना जाता था कि ये रोग खासकर उम्रदराज लोगों में ही होता है. लेकिन, अब ऐसा सोचना गलत साबित हो रहा है. कम उम्र के लोग भी दिल से जुड़ी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं. इस बाबत देश के अनुभवी हार्ट स्पेशलिस्ट से बातचीत की और जानने का प्रयास किया कि इस बढ़ती समस्या से कैसे बचा जाए.
भारतीय युवाओं में बढ़ता हार्ट अटैक
भारत के लोगों में और देशों के मुकाबले हार्ट की बीमारी उम्र के एक दशक पहले ही शुरू हो जाती है. यंग अर्बन इंडियंस (नौजवान भारतवासियों) में तनाव यानी स्ट्रेस हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण बनता जा रहा है. हार्ट अटैक के मामलों से यह सबक सीखना चाहिए कि अगर आप 50 साल की उम्र पार कर चुके भारतीय हैं, तो आप में हार्ट की समस्या का जोखिम 20% है.
इसकी वजह खराब लाइफस्टाइल और अन्य बीमारियां हो सकती हैं.
हार्ट अटैक आने का कोई निश्चित नियम बना हुआ नहीं है. हो सकता है कि पहला हार्ट अटैक ही जान ले जाए. कई बार लोगों को पता भी नहीं लगता कि कब उन्हें कम गंभीरता वाला हार्ट अटैक आ कर जा चुका होता है.








कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें