सुसाइड नोट लिखकर रहस्यमय तरीके से गायब हुआ पाली का 16 वर्षीय छात्र. सुसाइड नोट में लिखी बातें पुलिस और परिजन को करा रही है परेड..!
पाली के गरीब नवाज कॉलोनी में रहने वाले एक टीचर का 16 वर्षीय बेटा गुरुवार से लापता है। दोस्त का बर्थडे होने का तरीका घर से निकला था। बच्चे के द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट घर पर मिलने से हड़कंप मचा हुआ है। शिक्षक रमेश कुमार मेघवाल ने पुलिस को बताया कि उसका बेटा गुरुवार दोपहर घर से साइकिल लेकर निकला था। उसने घर पर बोला था कि उसके दोस्त धनजीत का बर्थ- डे है। वहां जा रहा हूं।
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रात तक वापस नहीं लौटने पर दोस्त धनजीत के घर पता किया। हैरानी वाली बात सामने आई कि उसका जन्मदिन नहीं था। न ही कोई पार्टी थी। डरे हुए परिजनों ने बेटे की तलाश की तो बांगड़ हॉस्पिटल के पास स्टैंड पर साइकिल मिली। जब अक्षय के परिजन घर लौटे तो उसके कमरे में रखी कॉपी में एक नोट मिला।
अक्षय ने लिखा कि मैं परेशान हो गया हूं। जोधपुर के गुलाब सागर में जाकर सुसाइड करूंगा। नोट पढ़कर परिजनों की सांसे अटक गईं। कोतवाली थाने जाकर बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस और परिजन जोधपुर गुलाब सागर भी पहुंचे लेकिन अब तक अक्षय का कुछ पता नहीं चला। पुलिस भी लगातार उसकी तलाश कर रही है।
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बेटे के लापता होने पर घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। परिजन पुलिस को सूचना देकर बेटे को ढूंढने के लिए जोधपुर निकल गए थे। मगर वह नहीं मिला। शहर कोतवाल सुरेश चौधरी ने कहा कि अक्षय के पास मोबाइल होने की जानकारी परिजनों ने दी है। मोबाइल लोकेशन को ट्रेस किया गया तो पाली में ही आई है। पुलिस टीम जगह-जगह तलाश कर रही है।
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सुसाइड नोट में लिखी बातें आपको कर देगी हैरान..
मम्मी-पापा मुझे यह कुछ नहीं करना चाहिए। यह मजबूरी है। यह लिखते हुए हाथ कांप रहे हैं इसलिए लिखावट अलग आ रही है, पर आप हिम्मत से काम लेना। मेरे जाने के बाद टूट मत जाना। मैं रोज बीमार होकर परेशान हो गया हूं। कभी कोई बीमारी तो कभी कोई। मैंने अपने और आपके लिए बहुत बड़े सपने पाले थे। पर इस तरह बीमार होकर मैं कुछ भी नहीं कर सकता। मुझे जितनी भी बीमारियां हुई, वह सारी असली थीं, पर आप सभी का भरोसा मैं खो चुका हूं। सब स्कूल न जाने का नाटक लगने लगा है। मैं बहुत बड़ा बिजनेसमैन बनना चाहता था, पर आपने 12th करने को कहा। मुझे आपसे कोई परेशानी नहीं है, लेकिन मैं अंदर से टूट चुका हूं। अब और सहन नहीं होता, बीमार हूं न। मुझे भुलाकर नया जीवन जीना। मुझे बस यही चाहिए। मैं आपको दुखी नहीं देख सकता। मेरी आखिरी इच्छा यही है। टूट मत जाना, खुद को संभालना।
लापता अक्षय के पिता रमेश कुमार मेघवाल ने बताया कि उनके दो बच्चे अक्षय और अंजलि हैं। अक्षय बड़ा है। पढ़ाई में भी टॉप करता था। वर्तमान में सरस्वती स्कूल में 11वीं में पढ़ रहा था। सोशल मीडिया से भी दूर रहता था। उन्होंने बताया कि बेटे को बदन दर्द, सर्दी-जुकाम कुछ न कुछ बीमारी लगी रहती थी। बचपन से ही उसे यह समस्या थी। उसे जोधपुर डॉक्टर को दिखाने ले जाते थे। उसने यह कदम क्यों उठाया। समझ में नहीं आ रहा है।











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